मुख्यमंत्री का फर्जी ओएसडी बनकर फोन पर 40 लाख की ठगी करने वाले
नटवरलाल को उसके गैंग समेत बुलंदशहर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने
ठगी गयी रकम में से साढ़े 21 लाख रूपये की बरामदगी भी की है.
खुर्जा नगरपालिका चेअरमैन रफीक फड्डा से मीट फैक्ट्री का लाइसेंस दिलाने के नाम पर महीने भर पहले ठगी का यह कारनामा किया गया था.
हाईस्कूल फेल इटावा का हनीफ उर्फ आलमगीर यूपी की कुख्यात ठग है. लेकिन
बुलंदशहर की खुर्जा नगरपालिका के चेयरमैन रफीक फड्डा उसके शिकार हो गये.
हनीफ ने डीएम कैम्प आफिस पर फोन करके खुद को सीएम का ओएसडी बताया और खुर्जा
एसडीएम से कॉलबैक करने का आदेश दिया. मुख्यमंत्री के ओएसडी का नाम सुनकर
हरकत में आये एसडीएम खुर्जा ने हनीफ से बात की और उसे रफीक फड्डा के सामने
सीएम के ओएसडी बतौर पेश कर दिया.
रफीक फड्डा 3 साल से अपनी मीट फैक्ट्री के
लाइसेंस के लिए भटक रहे थे. उन्होंने जरा सी भी देर नही की और शातिर ठग के
कहने पर 40 लाख रूपये उसके खाते में ट्रांसफर कर दिये.
कई दिन की मशक्कत के बाद रफीक फड्डा की तहरीर
पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया और मामले की तहकीकात शुरू कर दी. इस दौरान
पुलिस ने स्टेट बैंक के अधिकारी को गिरफ्तार किया जिसने फर्जी आईडी पर खोले
गये खाते से 40 लाख रूपये ठगों को निकालकर दे दिये थे. बैंक अधिकारी की
निशानदेही और सर्विलांस की मदद से पुलिस हनीफ तक पहुंची और उसे दबोच लिया
गया.
इसके बाद उसके गैंग से जुड़ा एक-एक बदमाश पुलिस
ने अरेस्ट किया और उनके पास से साढ़े 21 लाख रूपये की रकम बरामद की है.
पुलिस को हनीफ की कॉल डिटेल में कई ऐसे अधिकारियों के नंबर मिले है जो इस
गैंग का शिकार बन चुके हैं.
हनीफ उर्फ आलमगीर पहले भी सीएम का ओएसडी बनकर
ठगी करने के मामले में जेल की हवा खा चुका है. रफीक फड्डा से ठगी गयी रकम
में से 7 लाख रूपये की हनीफ ने अपनी बीबी के नाम फिक्सड डिपॉजिट करा दी थी.
पुलिस ने एफडी के कागजों के साथ लूटी गयी रकम भी बरामद कर ली है.