बुलंदशहर। पुलिस हिरासत में वृद्ध की मौत के मामले में केन्द्रीय मंत्री
संजीव बालियान ने राज्य सरकार और उसकी पुलिस को कटघरे में खड़ा किया है।
संजीव बालियान ने विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार पुलिस के
अधिकारियों को जिले बेच रही है और अधिकारी थाने बेच रहे है। प्रदेश में
मानवाधिकारों की खुलेआम धज्जियां उड़ायी जा रही है।
बुलंदशहर में पुलिस हिरासत में वृद्ध की मौत के बाद एक लाख रूपये देकर
मामला दबाने के मामले में अब केन्द्र सरकार तल्ख हो गयी है। रविवार को
बुलंदशहर पहुंचे बीजेपी सांसद और केंद्रीय कृषि मंत्री संजीव बालियान ने
कहा कि पुलिस कप्तानों को लखनऊ से जिले बेचे जा रहे है। जिले खरीदने वाले
पुलिस अधिकारी जिले में थाने बेच रहे है। कानून व्यवस्था नाम की चीज खत्म
हो चुकी है और प्रदेश की राजधानी लखनऊ से ये गोरखधंधा चल रहा है। केन्द्रीय
मंत्री ने पुलिस हिरासत में वृद्ध की मौत पर पुलिस अधिकारियों पर सवाल
खड़े करते हुए कहा कि संवेदनहीन अधिकारियों ने न्याय देना तो दूर मौत के
आरोपी दारोगा के खिलाफ कार्रवाई तक नही की।
संजीव बालियान ने कहा कि पुलिस हिरासत में मौत होना बेहद गंभीर मामला
है। यह मानवाधिकारों का खुलेआम उल्लंघन है। जिस मामले में सख्त कार्रवाई
होनी चाहिए थी। आरोपियों का निलंबन होना चाहिए था लेकिन इस मामले की पुलिस
अधिकारियों ने जॉच तक नही की। केन्द्रीय मंत्री ने पीडि़त परिवार से मिलने
और तथ्यों को जुटाने की जिम्मेवारी बुलंदशहर के सांसद डॉ0 भोलासिंह को दी
है। केन्द्र सरकार को सारे तथ्यों से अवगत कराकर मामले में निष्पक्ष जॉच और
पीडि़त परिवार को इंसाफ के लिए कोशिश की जायेगी।
75 वर्षीय ओमी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद पुलिसवालों ने उसके शव को
रिक्शे में लदवाकर जबरन उसके गाँव भेज दिया था। आरोपी दारोगा द्वारा एक
वीडियो में यह खुलासा किया गया था कि वह मौत के मामले में समझौता कर रहा
है। बाद में पुलिस अधिकारियों के पीडि़त परिवार पर दबाब के बाद हुए समझौते
में मृतक के बेटे ने स्वीकार किया कि पुलिस ने एक लाख रूपये देकर मामले की
तहरीर बदलवा दी।
source : http://voinews.in/?p=969#.Vx2Rc7qPRao.facebook
No comments:
Post a Comment