Thursday 28 January 2016

ऐतिहासिक स्थालों का होगा सौन्दर्यीकरण, उद्योगपति जेपी गौड़ ने लिए गोद

बुलंदशहर। ऐतिहासिक स्थालों की शक्ल-सूरत में दशकों बाद बड़ा बदलाव होने जा रहा है। बुलंदशहर मूल के उद्योगपति जयप्रकाश गौड़ ने शहर के ऐतिहासिक स्थलों को विकास और सौन्दर्यीकरण के लिए गोद लिया है। जेपी गौड़ का ट्रस्ट सामाजिक जिम्मेवारी निभाते हुए इन ऐतिहासिक स्थलों के विकास, सौन्दर्यकरण और मैन्टीनेंस का दायित्व उठायेगा।
बुलंदशहर का ऐतिहासिक कालाआम चैराहा ब्रितानियां हुकूमत के अत्याचारों और आजादी के परवानों की शहादत का चश्मदीद रहा है। इतिहास के पन्ने बताते है कि इस चैराहे पर सैकड़ो आजादी के मतवालों को आम के पेड़ से टांगकर फांसिया दे दी गयी थी। लेकिन बदलते वक्त के साथ लोग इस चैराहे के अहमियत और उन शहीदों को भूल गये। बुलंदशहर के निवासी प्रसिद्ध उद्योगपति जयप्रकाश गौड़ ने इस ऐतिहासिक चैराहे की गरिमा को वापिस लाने की ठानी है। जिलाधिकारी बी0 चन्द्रकला के प्रयासों से आने वाले 6 महीनों बाद कालाआम का ये शहीद स्तंभ शहीदों के नाम से रोशन होगा और यहाँ से गुजरने वाले 5 मार्गो का सौन्दर्यीकरण करके शहर की सूरत बदल दी जायेगी।
जेपी गौड़ ने बताया कि बुलंदशहर का कालाआम चैराहे का सौन्दर्यीकरण व ऐतिहासिक प्रदर्शनी का सौन्दर्यीकरण कराया जायेगा। लोग प्रदर्शनी तो देखने आयेगी ही, लेकिन दूर-दूर से लोग कालाआम का शहीद स्तंभ भी देखने आयेगे।
numaish.jpg
बुलंदशहर की जिलाधिकारी बी0 चन्द्रकला ने जेपी गौड़ से पिछले दिनों हुई मुलाकात के दौरान उनसे शहर के बदलाव के लिए मदद करने को कहा था। जिलाधिकारी ने जेपी गौड़ को सिटी की ऐतिहासिक जेल, नुमाइश मैदान और वहाँ की ऐतिहासिक इमारतों को सहेजने का बीड़ा दिया है। जिलाधिकारी की सहभागिता से नुमाइश की जर्जर रवीन्द्रनाट्यशाला शानदार और आधुनिक ऑडीटोरियम में बदलेगी। इसके अलावा बैरन हॉल का भी जीर्णोद्वार किया जायेगा। नुमाइश की इन बड़ी इमारतों को प्रदर्शनी की कमाई के लिए निजी कार्यक्रमो के लिए भी किराये पर दिया जायेगा। जिला प्रदर्शनी की कमेटी ने भी इस प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है।
डीएम बी.चन्द्रकला ने बताया कि कालाआम शहर का मुख्य चैराहे है इस के पीछे काफी पुराना इतिहास है। इस से जुडे ऐसे कई शहीद है जिनके नाम भी आज की युवा पीढी नही जानती। उन सभी का इतिहास को याद करते हुए कालाआम पर बनी इमारतों का सौन्दर्यीकरण करते हुए उस पर सभी शहीदों का नाम स्वर्ण अछरों से किया जायेगा।
सिटी के अंसारी रोड चैराहे की रोड पर पुरानी जेल के किनारे की पट्टी पर एक ऐसा पार्क विकसित किया जायेगा जिसमें हरियाली के अलावा वाकिंग ट्रेक भी मौजूद होगा। जेपी गौड़ का ट्रस्ट आगामी आठ दिनों में इस स्थलों पर अपने खर्चे से काम शुरू कर देगा। सरकारी विकास योजनाओं के अलावा जेपी गौड़ ट्रस्ट की सहभागिता से शहर की शक्ल मेट्रो शहरों के जैसी हो जायेगी।


Source : http://www.bulandshahrexpress.in